Mar 28, 2021

Snan-स्नान


 *स्नान कब ओर केसे करे घर की समृद्धि बढाना हमारे हाथमे है*

सुबह के स्नान को धर्म शास्त्र में चार उपनाम दिए है।


*1*  *मुनि स्नान।*

जो सुबह 4 से 5 के बिच किया जाता है।

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*2*  *देव स्नान।*

जो सुबह 5 से 6 के बिच किया जाता है।

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*3*  *मानव स्नान।*

जो सुबह 6 से 8 के बिच किया जाता है।

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*4*  *राक्षसी स्नान।*

जो सुबह 8 के बाद किया जाता है। 


▶मुनि स्नान सर्वोत्तम है।

▶देव स्नान उत्तम है।

▶मानव स्नान समान्य है।

▶राक्षसी स्नान धर्म में निषेध है।

किसी भी मानव को 8 बजे के बाद स्नान नही करना चाहिए।

*मुनि स्नान .......*

👉🏻घर में सुख ,शांति ,समृद्धि, विध्या , बल , आरोग्य , चेतना , प्रदान करता है।

*देव स्नान ......*

👉🏻 आप के जीवन में यश , किर्ती , धन वैभव,सुख ,शान्ति, संतोष , प्रदान करता है।

*मानव स्नान.....*

👉🏻काम में सफलता ,भाग्य ,अच्छे कर्मो की सूझ ,परिवार में एकता , मंगल मय , प्रदान करता है।

*राक्षसी स्नान.....*

👉🏻 दरिद्रता , हानि , कलेश ,धन हानि , परेशानी, प्रदान करता है ।

किसी भी मनुष्य को 8 के बाद स्नान नही करना चाहिए।

पुराने जमाने में इसी लिए सभी सूरज निकलने से पहले स्नान करते थे।

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